विष्फोटक बल्लेबाज हेनरी क्लासेन टेस्ट क्रिकेट से रिटायर हो गए है। 32 वर्षीय हेनरी क्लासेन ने कुल 4 टेस्ट मैच खेले है। उनका आखिरी टेस्ट मैच पिछले साल मार्च में वेस्टइंडीज के खिलाफ था। अच्छे प्रथम श्रेणी रिकॉर्ड ( 85 मैच में 46.09 का औसत ) के बावजूद टेस्ट क्रिकेट में क्विंटन डी कॉक की वजह से उन्हें उतने मौके नहीं मिले।
कैसे रहा हेनरी क्लासेन का करियर
उन्होने टेस्ट डेब्यू भारत के खिलाफ रांची में 2019 के टूर पर किया था, लेकिन फिर उन्हें टेस्ट टीम में वापसी के लिए 4 साल इंतजार करना पड़ा और वो इस मौके को भी भुना नहीं पाए और मात्र 35 के औसत से 104 रन बनाने के बाद अपनी जगह काइल वेरयने से गंवानी पड़ी। हालंकि वो सफ़ेद बॉल क्रिकेट में खेलते रहेंगे। साल 2023 में सफ़ेद गेंद की क्रिकेट में उनका प्रदर्शन काफी अच्छा रहा था। पिछले साल एकदिवसीय क्रिकेट में 140.66 का स्ट्राइक रेट वही टी-20 क्रिकेट में 172.71 के शानदार स्ट्राइक रेट से रन बनाये थे।
सन्यास पर क्या कहा क्लासेन ने!
उन्होने क्रिकेट साउथ अफ्रीका के माध्यम से बताया ” कई रात जाग कर सोचने के बाद मैंने रेड बॉल से सन्यास लेने का फैसला किया है। यह क्रिकेट में मेरा अब तक का सबसे मुश्किल निर्णय रहा। जो मैंने क्रिकेट मैदान पर किया और जो मैदान के बहार किया उसने मुझे अच्छा क्रिकेटर बनाया जो आज मै हूँ।। यह बहुत ही शानदार जर्नी रही और मै खुश हूँ की मैंने मेरे देश का प्रतिनिधित्व किया। मेरा बैगी टेस्ट कैप अब का सबसे कीमती तोफा रहा है.। धन्यवाद् उन सभी को जिन्होने रेड बॉल करियर में हिस्सा लिया और मुझे अच्छे क्रिकेटर बनाने में मदद की लेकिन अब एक नयी चुनती इंतजार कर रही है और मै इसके लिए तैयार हूँ “।
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