बीसीसीआइ से मान्यता मिलने के बाद पहली बार बिहार रणजी की टीम को एलिट ग्रुप में एंट्री मिली है और इसके साथ ही पटना के मोईनुल हक़ क्रिकेट स्टेडियम में रणजी ट्रॉफी के मैच खेलने मुंबई की टीम आयी है। बिहार रणजी की टीम आशुतोष अमन की कप्तानी में मणिपुर को हराकर प्लेट ग्रुप से एलीट ग्रुप में पहुंची। बिहार की रणजी टीम को 2018-2019 में मान्यता मिली थी और उस सत्र में आशुतोष अमन ने सबसे ज्यादा विकेट लेकर बिशन सिंह बेदी का रिकॉर्ड तोडा था।
बिहार रणजी टीम के टॉस जीतकर बॉलिंग चुनी
मुंबई और बिहार की रणजी टीम का मुकाबला कल शुरू हुआ। जिसमे कल शाम तक मुंबई की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 67 ओवर ने नौ विकेट के नुकसान पर 235 रन बनाये थे।
वही दूसरे दिन के खबर लिखे जाने तक मुंबई की टीम 76.2 ओवर में 251 रन पर ऑल आउट हो गयी है जिसमे सलामी बल्लेबाज भूपेन लालवानी ने टीम की तरफ से सबसे ज्यादा 65 रन बनाये और तीसरे नंबर पर बैटिंग करने उतरे सुवेद प्रकार ने 50 और तनुष कोटियां ने भी 50 रन बनाये। मुंबई की तरफ से 4 बल्लेबाज दहाई अंक तक भी नहीं पहुंचे। उनके टॉप बल्लेबाज सरफ़राज़ खान और शिवम् दुबे भी नहीं चले दोनों ने क्रमश 1 और 41 रन बनाये।
शानदार रही बिहार की गेंदबाजी
वही बिहार की तरफ से वीर प्रताप सिंह 15.2 ओवर 4 मेडन डालकर में सर्वधिक 5 विकेट ली वही शकिबुल गाणी और हिमांशु सिंह ने 2-2 विकेट ली और 1 विकेट कप्तान आशुतोष अमन की हिस्से में भी आयी।
अजिंक्य रहाणे का बिहार रणजी खेलने आना रहा चर्चा का केंद्र
सबसे बड़ी चर्चा अजिंक्य रहाणे को पटना आने को लेकर थी। उनको देखने के लिए स्टेडियम में दर्शक भी उत्शहित थे, लेकिन उन्होंने मैच नहीं खेला उनकी जगह मुंबई की कप्तानी शम्स मुलानी ने की। मुंबई रणजी इतिहास की सबसे सफल टीम रही है 41 बार ट्रॉफी के विजेता रही वही 6 बार उपविजेता भी रहे। हालाँकि मुंबई 2015-2016 के बाद से ट्रॉफी जितने में सफल नहीं रहे है। इस बार अजिंक्य रहने की कप्तानी में मुंबई टीम फिर से एक बार विजेता बनाना चाहेगी।
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